कल रात एक सपना देखा,
सपने में अक्स अपना देखा,
चेहरे पर बड़ी खुशी थी,
मौसम भी बहुत प्यारा था,
वही सड़क वही चौबारा था,
जहाँ हम दोस्त बैठा करते थे,
अपनी अपनी बातें किया करते थे..
पर अफसोस जब नींद खुली,
ना सपना था, ना ही वो दोस्त,
बस वही यादें थीं,
जिनको याद कर करके हम,
जिये जा रहे हैं,
और जीते रहेंगे,
जाने कब तक..!!
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सपने में अक्स अपना देखा,
चेहरे पर बड़ी खुशी थी,
मौसम भी बहुत प्यारा था,
वही सड़क वही चौबारा था,
जहाँ हम दोस्त बैठा करते थे,
अपनी अपनी बातें किया करते थे..
पर अफसोस जब नींद खुली,
ना सपना था, ना ही वो दोस्त,
बस वही यादें थीं,
जिनको याद कर करके हम,
जिये जा रहे हैं,
और जीते रहेंगे,
जाने कब तक..!!
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